तोशनीवाल का इस्तीफा हाल ही में कंपनी के कई बड़े अधिकारियों के इस्तीफे के बाद आया है।
दरअसल, अरबपति कारोबारी मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) ने फ्यूचर रिटेल के साथ होने वाले 24,713 करोड़ रुपये के संभावित सौदे को पिछले महीने रद्द कर दिया था। रिलायंस इंडस्ट्रीज के लेनदारों ने इस सौदे के खिलाफ मतदान किया था। इस सौदे के रद्द होने के बाद फ्यूचर रिटेल के कई शीर्ष अधिकारियों ने अपने-अपने पदों से इस्तीफा देना शुरू कर दिया था।
पिछले हफ्ते फ्यूचर रिटेल के प्रबंध निदेशक राकेश बियानी (Rakesh Biyani) ने भी जबकि इससे पहले फ्यूचर रिटेल के कंपनी सचिव सहित कई अधिकारियों ने इस्तीफा दे दिया था।
फ्यूचर रिटेल ने नियामक संबंधी एक बयान में कहा, ‘‘सी पी तोशनीवाल, कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी ने 12 मई, 2022 को कारोबार का समय समाप्त होने के साथ ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके परिणामस्वरूप, वह कंपनी के प्रमुख प्रबंधकीय कार्मिक (केएमपी) पद पर भी नहीं रहेंगे।’’
किशोर बियानी के नेतृत्व वाले फ्यूचर ग्रुप की एक प्रमुख फर्म फ्यूचर रिटेल को अब अपने ऋणदाताओं द्वारा ‘‘नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल’’ (National company Law Tribunal) के समक्ष दायर एक दिवाला याचिका का सामना करना पड़ रहा है।