महेवा थोक मंडी में जहां आलू-प्याज बिकता है, वहां मोड़ पर ही बड़ी मात्रा में सड़े हुए आलू और प्याज फेंके गए मिले। कुछ महिलाएं इन्हीं में से आलू-प्याज बीनते दिखीं। आढ़ती शम्स अहमद राइन ने बताया कि नासिक में बारिश के कारण बड़ी मात्रा में प्याज खराब हो गया है। अच्छे प्याज के साथ सड़े हुए को भी बोरी में भरकर खपाया जा रहा है। जब प्याज की छंटाई कराई जा रही है तो हर बोरे में आठ से 10 किलो प्याज खराब निकल रही है।
बारिश का सबसे ज्यादा असर हरी मिर्च पर पड़ा है। बारिश का पानी लगने से हरी मिर्च कुछ ही दिनों में सड़ जा रही है। मिर्च के व्यापारी शनि गुप्ता ने बताया कि मिर्च के सड़ने से काफी नुकसान उठाना पड़ा रहा है। हर बोरे में तीन से चार किलो मिर्च खराब निकल रही है। इससे इन्हें फेंकना पड़ रहा है। मंगलवार को थोक मंडी में हरी मिर्च 140 से 160 रुपये किलो के बीच बिकी। वहीं खुदरा बाजार में मिर्च 50 से 60 रुपये पाव बिके।
मंडी में इन दिनों सबसे सस्ता नींबू बिक रहा है। लेकिन बारिश के कारण नींबू तेजी से सड़ भी रहा है। इससे व्यापारियों को काफी नुकसान हो रहा है। मंडी में हर ओर सड़े हुए नींबू फेंके नजर आ रहे हैं। मंगलवार को मंडी में नींबू 80 से 100 रुपये के 100 पीस बिके।
हरी सब्जियों के दाम में आई गिरावट
बारिश का असर हरी सब्जियों पर भी पड़ा है। सिर्फ परवल को छोड़ दिया जाए तो बाकी सभी सब्जियों के दाम में गिरावट आई है। मंगलवार को थोक मंडी में भिंडी 25 से 30 रुपये तो परवल 70 से 80 रुपये किलो बिके। वहीं खुदरा बाजार में भिंडी 40 से 50 तो परवल 100 से 120 रुपये किलो बिका। इसी तहर नेनुआ, कुंदरु, करैला, लौक और कद्दू के दाम में भी गिरावट आई है।