देश में धोखाधड़ी के मामलों में सबसे ज्यादा जिम्मेदार कंपनियों के मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) हैं. भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के पूर्णकालिक सदस्य (डब्ल्यूटीएम) एसके मोहंती ने शेयर बाजार नियामक के विश्लेषण का हवाला देकर हाल ही में यह बात कही. मोहंती ने कहा, “सीएफओ की भूमिका व्यवसाय के खातों को दुरूस्त रखने से कहीं अधिक है, और सेबी उन्हें बाजार की अखंडता सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण प्रहरी के रूप में देखता है.”
मोहंती ने उद्योग मंडल फिक्की द्वारा आयोजित सीएफओ के सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, “पूर्व-निरीक्षण में, हमारे किए गए विश्लेषण के आधार पर यदि सीएफओ ने प्रबंधन की इन गतिविधियों की जांच के पहले स्तर के रूप में कार्य किया होता तो कई धोखाधड़ी को रोका जा सकता था.”
मोहंती ने कहा, “अधिकतर धोखाधड़ी वित्तीय विवरण में हेराफेरी के कारण हुई हैं, जो सीएफओ का कार्यक्षेत्र है.”