प्रयागराज में सनीसनीखेज उमेश पाल हत्याकांड में सोमवार की सुबह दूसरा एनकाउंटर होने और पुलिसिया कार्रवाई तेज होते ही अतीक अहमद का परिवार अपनी सुरक्षा की गुहार लेकर मीडिया के सामने आया। अतीक अहमद की बहन आयाशा नूरी और परिवार की अन्य महिलाओं ने मीडिया से अपने भाइयों अतीक अहमद और अशरफ को बचाने की गुहार लगाई। अतीक की बहन ने योगी सरकार में मंत्री नंद गोपाल नंदी पर संगीन आरोप लगाए। कहा कि उमेश पाल हत्याकांड में भाभी शाइस्ता परवीन को नंदी के कहने पर ही फंसाया गया है। अतीक की बहन ने इसका कारण भी बताया।
अतीक की बहन ने कहा कि हमारे भाई कई बार विधायक और सांसद रहे हैं। क्या सांसद और विधायक बनना अपराध है। बहन ने सीएम योगी से अपने दोनों भाइयों को बचाने की गुहार लगाई। बहन ने कहा कि हमें भी तीन दिनों तक हिरासत में रखते हुए टार्चर किया गया। बार-बार केवल यही कहा गया कि तुम्हारे दोनों भाइयों को जेल से निकालकर हत्या कर देंगे।
एसटीएफ के अफसर अमिताभ यश का नाम लेते हुए अतीक की बहन ने कहा कि विधानसभा में अखिलेश यादव ने सीएम योगी को उकसाया है। इसी के बाद सीएम योगी ने मिट्टी में मिला देने वाला बयान दिया। अमिताभ यश को सीएम योगी के इसी बयान का फायदा मिल गया है।
अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता को भी उमेश पाल हत्याकांड में नामजद करने के पीछे आयशा नूरी ने योगी सरकार में मंत्री नंद गोपाल नंदी की भूमिका बताई। कहा कि इतने बड़े हत्याकांड में कोई महिला कैसे शामिल हो सकती है।
कहा कि उसकी भाभी को फंसाया गया है। अतीक की बहन ने कहा कि जब से शाइस्ता ने बसपा ज्वाइन की है और लगातार दलितों के बीच प्रचार में लगी थीं, तब से नंदी और उनकी मेयर पत्नी अभिलाषा को परेशानी होने लगी थी। नंदी नहीं चाहते हैं कि शाइस्ता मेयर का चुनाव लड़ें।
नंदी ने पांच करोड़ रुपए लिए
अतीक अहमद की बहन ने कहा कि मंत्री नंदी ने अतीक अहमद से 5 करोड़ रुपये उधार लिए थे और वापस नही कर रहे थे। इस बीच अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन बसपा में शामिल होकर मेयर के लिए चुनाव प्रचार करने लगीं। इससे नंदी और अभिलाषा इस बात से खुन्नस रखने लगे। इस वजह से ये पूरी साजिश करके अतीक अहमद और उनके परिवार को साजिश के तहत फंसा दिया।