मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास एक अणे मार्ग के संकल्प में भवन निर्माण, पथ निर्माण और ग्रामीण कार्य विभाग की ओर से अनुरक्षण एवं मरम्मत के संबंध में प्रस्तुतीकरण को देखा। सीएम ने कहा कि विभाग द्वारा मेंटेनेंस करवाने से खर्च में भी बचत होगी और लोगों को नौकरी और रोजगार के अवसर मिलेंगे। हर घर तक नल का जल पहुंचा दिया गया है। हर घर तक पक्की गली-नाली का निर्माण किया गया है। इसका रखरखाव भी लगातार होता रहे जिससे लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
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सब जगह होती है तारीफ
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई बेहतर निर्माण कराते हैं और वह मेंटेन रहता है तो उसकी तारीफ सब जगह होती है। सीएम ने कहा कि उसके निर्माण और मेंटेनेंस में लगे अभियंताओं की भी प्रशंसा होती है। इस तरह पूरी टीम की प्रशंसा मिलती है।
अभियंता रखरखाव पर भी ध्यान दें
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ने कहा कि सरकारी भवनों के मेंटेनेंस का तात्पर्य है कि पूरे परिसर की बेहतर ढंग से साफ-सफाई, लगाए गए पेड़-पौधों का ठीक ढंग से रखरखाव एवं भवनों की सुरक्षा के साथ-साथ सभी चीजें व्यवस्थित रहे। इससे भवन देखने में सुंदर लगेगा। अभियंता निर्माण के साथ-साथ मेंटेनेंस पर विशेष ध्यान दें। भौतिक निरीक्षण करें। सीएम शनिवार को भवन निर्माण, पथ निर्माण और ग्रामीण कार्य विभाग की ओर से अनुरक्षण एवं मरम्मत के संबंध में प्रस्तुतीकरण को देख रहे थे।
कई आईकॉनिक भवन बने
उन्होंने कहा कि राज्य में कई आईकॉनिक भवन बनाए गए हैं। राजगीर में इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर बना है। पटना में सरदार पटेल भवन, बिहार म्यूजियम और सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र काफी बेहतर बने हैं। सबका मेंटेनेंस भी बहुत अच्छे ढंग से हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, गृह विभाग में अलग से कॉरपोरेशन बनाकर भवनों के निर्माण की जिम्मेवारी दी गई है।
ग्रामीण कार्य विभाग और पथ निर्माण विभाग द्वारा बेहतर सड़क और पुल-पुलियों का निर्माण कराया गया है। हमलोगों का उद्देश्य सिर्फ बेहतर सड़क और पुल-पुलियों का निर्माण करना ही नहीं है, बल्कि उनका मेंटनेंस भी उतना ही जरूरी है। बेहतर सड़क होने से आवागमन आसान होता है और लोग सुरक्षित भी रहते हैं।
सीएम नीतीश कुमार की बैठक में वित्त, वाणिज्यकर एवं संसदीय कार्यमंत्री विजय कुमार चौधरी, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, विकास आयुक्त विवेक कुमार सिंह, गृह के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद, पथ एवं स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, शिक्षा के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह, ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव पंकज कुमार पाल, शिक्षा विभाग के सचिव असंगबा चुवा आओ, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, बिहार चिकित्सा आधारभूत संरचना निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक दिनेश कुमार आदि मौजूद थे।