डीबी मार्ग पुलिस के मुताबिक पीड़ित सिक्का नगर से हैं। 13 अगस्त की शाम उनके भाई 50 हजार रुपये कैश जमा कराने के लिए बैंक की कैश डिपॉजिट मशीन पर गए थे। कैश जमा करते ही मशीन में खराबी आ गई। अगले तीन दिनों तक मशीन खराब रही। 16 अगस्त को पीड़िता और उनके भाई बैंक पहुंचे और परेशानी बताई। बैंक अधिकारियों ने उनसे एक फॉर्म भरवाया और कहा कि एक हफ्ते में पैसा उनके अकाउंट में जमा करा दिया जाएगा।
18 अगस्त को पीड़िता के पास एक अनजान नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने बैंक से कॉल करने का दावा किया और कहा कि वह उस शिकायत को वेरिफाई करना चाहता है। आरोपी ने पीड़िता को एक लिंक भेजा। जैसे ही पीड़िता ने लिंक खोला और 50,000 रुपये की राशि टाइप की उनके फोन पर एक ओटीपी आया। लिंक पर ओटीपी डालते ही पीड़िता के खाते से 50 हजार रुपये डेबिट हो गए।
पुलिस ने कहा कि पीड़िता ने पुलिस से संपर्क किया और 18 अगस्त को शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने कई धाराओं में मामला दर्ज किया है, लेकिन बड़ी बात यह है कि जो शिकायत बैंक में दी गई थी, वह धोखेबाजों तक कैसे पहुंची। क्या इसमें बैंक के अंदर का कोई शख्स शामिल है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
इन बातों का रखें ध्यान
- मोबाइल पर आने वाले किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक ना करें।
- अगर कोई कॉल पर आपसे ओटीपी शेयर करने को कहे, तो बिलकुल ना बताएं
- ऐसे लोगों को वेरिफाई करें, जो खुद को बैंक का रिप्रेजेंटेटिव बताते हैं
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