prayagraj news : अतीक अहमद (फाइल फोटो)।
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सुप्रीम कोर्ट ने जेल में अतीक अहमद की संरक्षण की मांग वाली याचिका पर सुनवाई एक हफ्ते के लिए टाल दी है। अतीक ने इस याचिका में कहा है कि उसके परिवार को उमेश पाल हत्याकांड में झूठा फंसाया जा रहा है। जस्टिस अजय रस्तोगी और जस्टिस बेला एम त्रिवेदी की पीठ ने अतीक के वकील की मांग पर सुनवाई टाल दी।
अतीक के वकील ने कुछ अतिरिक्त दस्तावेज जमा करने के लिए समय की मांग की थी। पीठ ने कहा, चीफ जस्टिस के सामने तत्काल सुनवाई की गुहार लगाए जाने के बाद इस मामले को सूचीबद्ध किया गया था। आज जब मामला सुनवाई के लिए आया तो याचिकाकर्ता के वकील ने बहस करने में असमर्थता जताई है। मामले को एक सप्ताह बाद के लिए सूचीबद्ध किया जाए।
अपनी याचिका में अहमद ने यूपी विधानसभा के पटल पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान का उल्लेख किया जिसमें योगी ने कहा था कि वह अतीक को पूरी तरह नष्ट कर देंगे। अतीक ने कहा है कि उन्हें और उनके परिवार को सही मायने में खतरा है। उत्तर प्रदेश पुलिस अहमदाबाद जेल से प्रयागराज लाने के लिए उनका ट्रांजिट रिमांड लेने की पूरी कोशिश करेगी और उन्हें अंदेशा है कि यूपी ले जाए जाने के दौरान उनकी हत्या कर दी जाएगी।
अहमद ने यह सुनिश्चित करने की भी मांग की है कि पुलिस रिमांड या पूछताछ के दौरान उन्हें किसी भी तरह की शारीरिक चोट न पहुंचाई जाए। अतीक ने याचिका में उन्हें अहमदाबाद जेल से प्रयागराज या यूपी के किसी भी अन्य हिस्से में ले जाए जाने से यूपी सरकार को रोकने का निर्देश देने की भी मांग की है।