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यूपी बोर्ड एग्जाम 2023
– फोटो : अमर उजाला

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यूपी बोर्ड परीक्षा की कॉपियों के मूल्यांकन में विशेष सावधानी बरतने का निर्देश दिया गया है। मूल्यांकन में हुई गड़बड़ी का खमियाजा परीक्षकों को भुगतना होगा। नियमों के मुताबिक कॉपियों के मूल्यांकन में दो प्रतिशत तक त्रुटि मिलने पर 85 फीसदी तक पारिश्रमिक में कटौती की जाएगी। साथ ही परीक्षक को तीन वर्ष के लिए अयोग्य घोषित किया जाएगा।

बोर्ड के नियमों के मुताबिक मूल्यांकन में 0.5 प्रतिशत की त्रुटि पाए जाने पर 25 फीसदी की कटौती होगी। एक प्रतिशत तक त्रुटि मिलने पर 50 प्रतिशत और मूल्यांकन में 2 फीसदी त्रुटि मिलने पर परीक्षक के पारिश्रमिक में 85 फीसदी तक कटौती की व्यवस्था की गई है। बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार इस व्यवस्था के पीछे मुख्य कारण है कि मूल्यांकन कार्य शुद्ध और त्रुटि विहीन हो। 

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