उत्तर प्रदेश विद्युत सुरक्षा निदेशालय ने वर्ष 2022-23 में बिजली से होने वाली दुर्घटनाओं की रिपोर्ट बुधवार को केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण को भेजी है। जिसमें इस वर्ष विद्युत दुर्घटनाओं से 1428 मौतें होने का जिक्र है। 2002 जानवर भी इन दुर्घटनाओं में मरे। प्रदेश में रोजना औसतन चार व्यक्तियों की मृत्यु हो रही है।
यूपी में किसी एक वर्ष में बिजली दुर्घटनाओं से होने वाली जनहानि का यह अधिकतम आंकड़ा है। इससे पहले कभी इतनी मौतें एक साल में नहीं हुई थी। 30 जून को भेजी गई रिपोर्ट के हवाले से उत्तर प्रदेश विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश वर्मा ने पिछले वर्षों में विद्युत दुर्घटनाओं से होने वाली मौतों के आंकड़ों को प्रस्तुत करते हुए कहा है कि यूपी के इतिहास में 2022-23 में विद्युत दुर्घटनाओं के कारण सबसे अधिक मौतें हुई हैं। दुर्घटनाओं पर रोक लगाने के लिए पावर कारपोरेशन प्रबंधन को ठोस कार्ययोजना के साथ युद्धस्तर पर कार्य करना होगा।
जनहानि के आंकड़ों के हवाले से वर्मा ने बताया कि यूपी में प्रतिदिन करीब चार व्यक्ति विद्युत दुर्घटनाओं के कारण मर रहे हैं। यह गंभीर विषय है। अवधेश ने इस मामले में विद्युत नियामक आयोग के सदस्य वीके श्रीवास्तव और संजय कुमार सिंह से चर्चा की। जिसमें परिषद की तरफ से दुर्घटनाओं पर रोक लगाने के लिए रिपोर्ट प्रस्तुत करने की बात कही।
वर्ष घातक विद्युत दुर्घटना मृत व्यक्तियों की संख्या
2012-13 1048 570
2013-14 1204 611
2014-15 1185 629
2015-16 1352 723
2016-17 1824 958
2018-19 1073 1116
2022-23 1316 1428