देहरादून-दिल्ली के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेन में यात्री पहले दिन यात्री फ्री सफर कर सकेंगे। इसके लिए पास बनाने पड़ेंगे। देहरादून से दिल्ली और दिल्ली से देहरादून आने की सुविधा फ्री रहेगी। देश की सबसे तेज दौड़ने वाली वंदे भारत ट्रेन 25 मई से चलनी है। रेलवे ट्रेन के आगाज को भव्य बनाने के लिए दिन-रात तैयारी कर रहा है। रेलवे स्टेशन पर तैयारियां जोरों पर है।
डीआरएम मुरादाबाद अजय नंदन ने बताया कि रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ट्रेन के शुभारंभ के लिए देहरादून पहुंच रहे हैं। पहले दिन यानि 25 मई को ट्रेन पूर्वाह्न 11 बजे देहरादून से चलेगी। ट्रेन सभी स्टेशनों पर रुक-कर जाएगी। पहले दिन यात्रियों को निशुल्क सफर करवाया जाएगा। निशुल्क सफर के लिए पास 24 मई को बनाए जाएंगे। जो यात्री वंदे भारत से दिल्ली जाएंगे, रात को इसी ट्रेन से वापस भी लौटेंगे।
आठ कोच की होगी वंदे भारत ट्रेन
डीआरएम ने बताया कि वंदे भारत देश के बाकी जगहों पर 16 कोच की चल रही हैं, लेकिन दून-दिल्ली की ट्रेन आठ कोच की चलेगी। सभी कोच चेयरकार होंगे। बताया कि यह ट्रेन आधुनिक सुविधओं से लैस है, इसमें सफर का अनुभव ही कुछ अलग है।
52 सेकेंड में 100 किमी प्रति घंटा की रफ्तार पकड़ती है वंदे भारत ट्रेन
देहरादून-दिल्ली के बीच के वंदे भारत ट्रेन चलाने की तैयारियां तेजी से चल रही हैं। शनिवार को रेलवे के उच्चाधिकारियों ने वीसी के माध्यम से दून रेलवे स्टेशन के अधिकारियों को ट्रेन की विशेषताएं बताईं। बताया कि यह ट्रेन भारत में निर्मित ट्रेन है, जो सबसे तेज दौड़ने वाली ट्रेन है, ट्रेन 52 सेकेंड में 100 किमी प्रति घंटा की स्पीड पकड़ती है।
नई ट्रेन में कई एडवांस सिस्टम हैं। इनमें वैक्यूम आधारित बायो टॉयलेट, ऑटोमैटिक स्लाइडिंग डोर, जीपीएस आधारित सूचना सिस्टम, सीसीटीवी कैमरे समेत कई सुविधाएं हैं। सफर के दौरान ट्रेन के अंदर किसी तरह की आवाज नहीं आती।
दिव्यांग रेल यात्रियों को रेलवे ने दी राहत
रेलवे ने दिव्यांग रेल यात्रियों को बड़ी राहत दी है। दिव्यांग यात्रियों को अब रियायती पास के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा और ना ही पास के लिए रेलवे के दफ्तरों में जाना पड़ेगा। दून रेलवे स्टेशन के वाणिज्य निरीक्षक एसके अग्रवाल ने बताया कियात्री ऑनलाइन आवेदन कर कुछ ही दिनों के भीतर पास को डाउनलोड भी कर सकेंगे।
अभी शताब्दी एक्सप्रेस से लगते हैं करीब 6 घंटे
रेलवे अफसरों के अनुसार, वंदे भारत की संभावित समयसारणी तय हुई है। यह ट्रेन सुबह पांच बजकर 50 मिनट पर दून से रवाना होगी, जो पूर्वाह्न 11 बजे तक दिल्ली पहुंच जाएगी। अभी तक दून से शताब्दी एक्सप्रेस छह घंटे पांच मिनट में दिल्ली पहुंचती है।
किराया फाइनल नहीं, शताब्दी से ज्यादा संभव
वंदे भारत में 12 चेयरकार और दो एग्जीक्यूटिव कोच हैं। अभी इसका किराया फाइनल नहीं है। अफसरों की मानें तो यह किराया शताब्दी से 1.2 फीसदी ज्यादा हो सकता है। शताब्दी का चेयरकार का किराया 1055 रुपये और एग्जीक्यूटिव श्रेणी का 1615 है।