सीबीआई कोर्ट के आदेश के बाद भागलपुर पहुंची। सीबीआई की टीम ने पहले तिलकामांझी और जीरोमाइल पुलिस से संपर्क किया। ढोल-नगाड़े के साथ सीबीआई अधिकारी रजनी प्रिया के घर पहुंचे। यहां ढोल बजाकर आसपास के लोगों को जानकारी दी कि सीबीआई कोर्ट से जारी अरेस्ट वारंट के बाद भी इस मामले में दोनों ने सरेंडर नहीं किया है। न ही इन दोनों का पता चल रहा है। ऐसे में इश्तेहार चिपकाया जा रहा है।
आगे कुर्की-जब्ती होगी
वहां मौजूद लोगों को यह जानकारी दी गयी कि इसके बाद कुर्की-जब्ती की कार्रवाई होगी। सीबीआई अधिकारियों ने स्थानीय लोगों से अपील की कि अगर दोनों आरोपी कहीं भी दिखे तो स्थानीय थाना में सूचित करें। सीबीआई ने घोटालेबाज को गिरफ्तार करने में जनता से सहयोग मांगा।
दो साल पहले दाखिल चार्जशीट में जारी हुआ वारंट
सीबीआई सूत्रों ने बताया कि भागलपुर में महिला सशक्तीकरण की योजनाओं में करोड़ों रुपये के गबन के मामले में सीबीआई ने आरसी केस नंबर 14ए/2017 केस दर्ज किया था। इसमें सीबीआई की विशेष अदालत में सृजन की संस्थापक मनोरमा देवी की बहू रजनी प्रिया, पूर्व डीएम केपी रमैया समेत 27 लोगों पर 18 मार्च 2020 को चार्जशीट दाखिल की गई थी। इस मामले में चार आरोपी अबतक फरार हैं। इनमें केपी रमैया, अमित कुमार, रजनी प्रिया व एक बैंक अधिकारी शामिल हैं।