Advertisement

Advertisement
रिपोर्ट के मुताबिक, मुंबई के ज़वेरी मार्केट से प्रतिदिन क़रीब 200 करोड़ रुपये का सोने-चांदी का कारोबार होता है. NDTV की ग्राउंड रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि शुक्रवार के ऐलान के बाद से मुंबई के डेढ़ सौ साल पुराने सोने-चाँदी के बाज़ार में कुछ कारोबारियों की चाँदी हो गई है तो कई कारोबारी ग्राहकों के इंतज़ार में बैठे हैं. मुंबई के 150 साल पुराने आइकॉनिक मार्केट ज़वेरी बाज़ार में  क़रीब 3000 छोटी बड़ी दुकानें हैं. इस बार  2000 रुपये के नोटों की वापसी 2016 के नोटबंदी  जैसी स्थिति से कितना अलग है और सोना ख़रीदारी पर इसका क्या असर पड़ने वाला है. इसको लेकर मुंबई के ज़वेरी मार्केट से NDTV की ग्राउंड रिपोर्ट क्या कहती है, आइये जानते है …

उम्मीद मेल तिलोकचन्द ज़वेरी के ज्वेलर कुमार जैन का कहना है कि, ‘’पहले जहां एक दिन में 20 ग्राहक आ रहे थे, नोट वापसी की घोषणा के बाद 40 आ रहे हैं, मेरे शॉप पर क़रीब 100% बढ़त दिख रही है, 2000 नोट हम ले रहे हैं, सारे क़ायदे नियम को देखते हुए”. इसके अलावा ज़वेरी बाज़ार में तीन पीढ़ियों से चल रही सोने-चांदी की दुकान सांघवी धनरूप जी ज्वेलर्स के ऑनर 77 साल के इन्द्र एम राणावत ने कहा कि अब कैश में सोना ख़रीदने वाले 10% ग्राहक ही बचे हैं, 2000 नोट की वापसी का कोई ख़ास असर नहीं दिख रहा है.उन्होंने कहा, ‘’हमारी दुकान ख़ाली है कोई फ़र्क़ नहीं पड़ा. वैसे कैश अब सिर्फ़ 10% ग्राहक ही देते हैं, अधिकांश डिजिटल पर जा चुके हैं”

वही,  प्रिया जैन नाम की एक ग्राहक जो कि हाउसवाइफ हैं, उन्होंने बताया कि मेरे पास 2000 रुपये के दो लाख मूल्य के नोट पड़े हैं. वह इसके जरिये  ज्वैलरी ख़रीदने आई हैं.

इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन लिमिटेड (IBJA) के राष्ट्रीय सचिव सुरेंद्र मेहता बताते हैं कि शुक्रवार से अब तक महज़ 2% ग्राहक ही बढ़े हैं, सोना बाज़ार में कोई बड़ा रश नहीं दिख रहा. इसकी बड़ी वजह सोना ख़रीद के सख़्त नियम भी है. सुरेंद्र मेहता ने कहा,‘’शुक्रवार से अब तक मुश्किल से 2% ग्राहक बढ़े हैं, पैनिक बाइंग अगर होनी होती, तो शुरुआत के दो-तीन दिन में दिख जाती है अभी नहीं हुई तो आगे भी मुश्किल 2016 की नोटबंदी जैसी तस्वीर बिलकुल नहीं. क्यूँकि ये नोटबंदी नहीं, धीरे धीरे फेजआउट किया है. सिस्टेमेटिक ढंग से हुआ है क्यूँकि 4 मई को सभी ज्वेलर्स को सरकारी सर्कुलर आया है, 50 हजार के ऊपर सोने की खरीदारी करने पर कैश पेमेंट के लिए ग्राहक का केवाईसी लगता है, 2 लाख के ऊपर पैन कार्ड और 10 लाख से ऊपर फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट को इन्फॉर्म करना है, सख़्ती से लागू करने का निर्देश है”

IBJA द्वारा जारी  रेट के मुताबिक़, सर्राफ़ा बाज़ारों में 24 कैरेट सोना सोमवार को 485 रुपए प्रति दस ग्राम महंगा होकर 60,760 रुपये पर खुला. 22 कैरेट सोने का भाव 483 रुपये महंगा होकर 60, 517 रुपये प्रति दस ग्राम पर खुला. तो चाँदी 311 रुपये प्रति किलो चढ़कर भाव 72, 095 पर पहुँच गया.

इस रिपोर्ट से ये तो साफ है कि 2016 की नोटबंदी में नोट खपाने के लिए सोना बाज़ार में दिखी तेज़ी की तुलना में इस बार दौड़ बेहद धीमी है .वैसे जौहरियों को उम्मीद है कि गृहणियों के पास बचे 2000 के नोट 30 सितंबर तक सोना ख़रीद में थोड़ी दिलचस्पी बनाए रख सकते हैं.

Source

Advertisement