Bahraich Murti Visarjan Vivad: बहराइच के महाराजगंज में हिंसा भड़की या भड़काई गई। इसकी जांच पुलिस की अलग-अलग टीमें कर रही हैं, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक रामगोपाल का गोली से सीना ही छलनी नहीं किया गया, बल्कि पैर के दोनों अंगूठों के नाखून भी नोच डाले गए। अंगूठे पर पड़े निशान हमीद के घर के अंदर उसके साथ हुई बर्बरता की दास्तां उजागर किया है।
सूत्रों के अनुसार पोस्टमार्टम के दौरान उसके शरीर से दो-चार नहीं बल्कि 35 से अधिक छर्रे निकले हैं, जो उसकी मौत की वजह बन गए। हरदी थाने के महाराजगंज कस्बे में रविवार को रात मूर्ति विसर्जन के दौरान डीजे बजाने को लेकर दूसरे समुदाय के लोग आपत्ति जताने पहुंच गए थे। इस पर जुलूस में शामिल लोगों ने मना कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि तभी एक धर्मस्थल से पथराव शुरू हो गया। इस बीच एक युवक ने मूर्ति पर लगा झंडा खींचकर फाड़ दिया।
इसी प्रतिशोध में रामगोपाल हमीद के छत पर चढ़कर वहां लगे हरे झंडे को नोचने लगा। रेलिंग भी ढह गई, तभी पुलिस ने विसर्जन में शामिल लोगों पर लाठीचार्ज कर दिया। भीड़ के भागने की वजह से रामगोपाल अकेला पड़ गया। इस पर सलमान और हमीद उसे अपने घर में खींच ले गए। पहले प्लास से उसके दोनों पैर के अंगूठों के नाखूनों को नोच डाला। तभी कुछ लोगों ने शोर मचाया। भीड़ के मुड़ने को देखकर सलमान ने 12 बोर की बंदूक से रामगोपाल के सीने को छलनी कर दिया। पुलिस किसी तरह उसके घर से रामगोपाल को लेकर बाहर निकली और जिला अस्पताल में उसकी मौत हो गई।