7 सितंबर 2025 को 82 मिनट तक दिखेगा Rare Blood Moon: चंद्रमा लाल क्यों होता है, इसका महत्व और इसे कैसे देखें

Rare Blood Moon

7-8 सितंबर 2025 की रात को एक आश्चर्यजनक पूर्ण चंद्रग्रहण होगा, जिसे रक्त चंद्रमा (Blood Moon) के नाम से जाना जाता है। यह खगोलीय घटना 82 मिनट तक चलेगी और एशिया, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप और अफ्रीका सहित भारत में दिखाई देगी। यह लगभग 77% वैश्विक आबादी के लिए एक शानदार दृश्य होगा। चंद्रमा इस दौरान गहरे लाल रंग में रंगा होगा, जो खगोलप्रेमियों और सामान्य दर्शकों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव होगा। यह वर्ष 2025 का अंतिम पूर्ण चंद्रग्रहण होगा, जो इसे और भी खास बनाता है।

Blood Moon क्यों हो जाता है

Blood Moon का विज्ञान

Blood Moon तब होता है जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है, जिससे चंद्रमा पर पृथ्वी की छाया पड़ती है। इस दौरान सूर्य का प्रकाश पृथ्वी के वायुमंडल से होकर गुजरता है, जो इसे मोड़ता, छानता और बिखेरता है। रेले स्कैटरिंग (Rayleigh Scattering) नामक प्रक्रिया के कारण छोटी नीली और बैंगनी तरंगदैर्ध्य बिखर जाती हैं, जबकि लंबी लाल और नारंगी तरंगदैर्ध्य चंद्रमा तक पहुंचती हैं। यही कारण है कि चंद्रमा गहरे लाल रंग में चमकता है। नासा के अनुसार, लाल रंग की गहराई वायुमंडल में धूल, बादल या ज्वालामुखी राख जैसे कणों पर निर्भर करती है।

वायुमंडलीय प्रभाव

वायुमंडल की स्थिति, जैसे प्रदूषण या ज्वालामुखी गतिविधि, चंद्रमा के रंग को प्रभावित कर सकती है। उदाहरण के लिए, अधिक धूल या राख होने पर चंद्रमा और भी गहरा लाल दिख सकता है। यह खगोलीय घटना न केवल सुंदर है, बल्कि वैज्ञानिकों को पृथ्वी के वायुमंडल का अध्ययन करने का अवसर भी देती है।

भारत में समय और दृश्यता

चंद्रग्रहण का समय

7 सितंबर 2025 को चंद्रग्रहण भारतीय समयानुसार रात 8:58 बजे शुरू होगा। पूर्ण चंद्रग्रहण, जब चंद्रमा पूरी तरह से लाल दिखेगा, रात 11:00 बजे से शुरू होकर 12:22 बजे तक चलेगा। यह 82 मिनट की अवधि दर्शकों के लिए सबसे शानदार होगी। चंद्रग्रहण 8 सितंबर को तड़के 1:25 बजे समाप्त होगा।

भारत में दृश्यता

यह चंद्रग्रहण भारत के कई शहरों में देखा जा सकेगा, जिनमें शामिल हैं:

  • दिल्ली
  • मुंबई
  • कोलकाता
  • पुणे
  • लखनऊ
  • हैदराबाद
  • चंडीगढ़

सर्वोत्तम अनुभव के लिए, दर्शकों को खुले क्षेत्रों जैसे छतों, बगीचों या मैदानों का चयन करना चाहिए, जहां शहर की रोशनी और प्रदूषण कम हो। हालांकि, बादल, धुंध या भारी प्रदूषण दृश्यता को प्रभावित कर सकते हैं।

रक्त चंद्रमा देखने के लिए सुझाव

सुरक्षित अवलोकन

सौर ग्रहण के विपरीत, चंद्रग्रहण को नग्न आंखों से देखना पूरी तरह सुरक्षित है। अनुभव को और बेहतर बनाने के लिए निम्नलिखित सुझाव उपयोगी हो सकते हैं:

  • चंद्रमा की सतह और क्रेटरों को विस्तार से देखने के लिए दूरबीन या टेलीस्कोप का उपयोग करें।
  • शहर की रोशनी से दूर, अंधेरे और खुले स्थान पर जाएं।
  • फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए, तिपाई (ट्राइपॉड) और लंबी एक्सपोजर सेटिंग्स का उपयोग करें।
  • स्थानीय मौसम पूर्वानुमान जांचें ताकि यह सुनिश्चित हो कि आसमान साफ रहे।

फोटोग्राफी टिप्स

लंबी एक्सपोजर सेटिंग्स के साथ एक अच्छा कैमरा और तिपाई रक्त चंद्रमा की तस्वीरें खींचने में मदद कर सकता है। कम रोशनी में शानदार तस्वीरें लेने के लिए ISO सेटिंग्स को समायोजित करें और मैनुअल फोकस का उपयोग करें।

रक्त चंद्रमा का महत्व

सांस्कृतिक महत्व

ऐतिहासिक रूप से, Blood Moon को कई संस्कृतियों में शुभ या अशुभ संकेत माना जाता था। इसे परिवर्तन, नवीकरण या महत्वपूर्ण घटनाओं के प्रतीक के रूप में देखा जाता था। भारत में, चंद्रग्रहण को धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण माना जाता है। कुछ लोग इस दौरान विशेष पूजा या अनुष्ठान करते हैं।

वैज्ञानिक महत्व

आज, Blood Moon न केवल खगोलप्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र है, बल्कि वैज्ञानिकों के लिए भी महत्वपूर्ण है। चंद्रमा का लाल रंग पृथ्वी के वायुमंडल में मौजूद कणों और प्रदूषण के बारे में जानकारी देता है। यह वैज्ञानिकों को वायुमंडल की संरचना और उसकी स्थिति का अध्ययन करने में मदद करता है। इसके अलावा, यह घटना लोगों को ब्रह्मांड के रहस्यों के बारे में जागरूक करती है और विज्ञान के प्रति उनकी जिज्ञासा को बढ़ाती है।

एक साझा खगोलीय अनुभव

7 सितंबर 2025 का Blood Moon अपनी लंबी अवधि और व्यापक दृश्यता के कारण खास है। यह लाखों लोगों को एक साथ आकाश की ओर देखने और ब्रह्मांड की सुंदरता का अनुभव करने का अवसर देगा। भारत और एशिया के अन्य हिस्सों में लोग इस खगोलीय घटना को एक साथ देख सकेंगे, जो इसे एक सामूहिक अनुभव बनाएगा। चाहे आप इसे नग्न आंखों से देखें, दूरबीन से या तस्वीरों के माध्यम से, यह चंद्रग्रहण निश्चित रूप से एक यादगार पल होगा।

यह Blood Moon न केवल एक खगोलीय घटना है, बल्कि यह विज्ञान, संस्कृति और मानव जिज्ञासा का संगम है। इसे देखने की तैयारी करें, अपने कैमरे तैयार रखें और इस दुर्लभ दृश्य का आनंद लें। यह ब्रह्मांड के चमत्कारों को समझने और उनकी सुंदरता की सराहना करने का एक शानदार अवसर है।