रात दस बजे से ही शुरू हो जाती है प्रक्रिया : अभ्यर्थी ने बताया कि रात दस बजे से ही सारी प्रक्रिया शुरू हो जाती है। गढ़वाल के मैदान में प्रवेश के साथ ही आर्मी के अधिकारी व जवान सारी प्रक्रिया के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से सभी अभ्यर्थी को तैयार करते हैं। दो बजे से ही डॉक्यूमेंट की जांच शुरू हो जाती है। सुबह पांच बजे से दौड़ और इसके बाद अभ्यर्थी को अन्य प्रक्रियाओं से होकर गुजरना पड़ता है। जानकारी हो कि भागलपुर, पूर्णिया, कोसी प्रमंडल के 12 जिलों के 75 हजार युवा अग्निवीर बनने के लिए आवेदन किए हैं। इसमें अररिया, बांका, बेगूसराय, भागलपुर, कटिहार, खगड़िया, किशनगंज, मधेपुरा, मुंगेर, पूर्णिया, सहरसा और बिहार के सुपौल जिले के युवा शामिल हैं।
दलालों से रहें सावधान : निदेशक आर्मी भर्ती (एआरओ) कर्नल विभूति त्रिपाठी ने अभ्यर्थियों से अपील की है कि वे सही कागजात के साथ ही रैली में आएं। उन्होंने दलालों से सावधान रहने को कहा है। शारीरिक और कागजी जांच की प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही चयन की प्रक्रिया अपनायी जाती है।
अभ्यर्थी इन बातों का रखें ध्यान : सेना भर्ती रैली में सिलसिलेवार तरीके से लाना है सर्टिफिकेट। शपथ पत्र, दसवीं कक्षा का शैक्षणिक प्रमाण पत्र, बारहवीं कक्षा का शैक्षणिक प्रमाण पत्र, चरित्र प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, एनससी, खेल-कूद प्रमाण पत्र /सैनिक/पूर्व सैनिक का प्रमाण पत्र, आधार कार्ड/मतदाता कार्ड/आयकर कार्ड, अविवाहित प्रमाण पत्र।