Advertisement

Advertisement
नई दिल्ली: 1983 में वर्ल्ड कप जीतने के बाद भारत पहली बार 2003 में चैंपियन बनने के सबसे नजदीक पहुंचा था। तब ऑस्ट्रेलिया ने फाइनल में सवा सौ करोड़ हिंदुस्तानियों का दिल तोड़ा था। साउथ अफ्रीका में खेले गए इस वर्ल्ड कप में सौरव गांगुली कप्तान थे। टीम उनकी लीडरशीप में जीत के रथ पर सवार थी। 26 फरवरी 2003 यानी आज से ठीक 20 साल पहले इंग्लैंड के खिलाफ लीग मैच में आशीष नेहरा ने विकेटों की झड़ी लगा दी थी। डरबन में खेले गए उस मैच में नेहरा ने 23 रन देकर छह विकेट झटके थे। यह वर्ल्ड कप में किसी भी भारतीय का अबतक का बेस्ट प्रदर्शन है।

केला खाकर मोर्चा संभाला
भारत ने इस मैच में पहले बैटिंग करते हुए 250 रन बनाए। सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ ने अर्धशतक लगाए। जवाब में इंग्लैंड की टीम ताश के पत्तों की तरह बिखर गई। इसमें सबसे बड़ा रोल आशीष नेहरा का था। जिन्होंने केला खाकर कमाल दिखाया था। दरअसल, उस मैच में आशीष नेहरा को उल्टियां हुईं थीं। एनर्जी के लिए उन्हें पार्थिव पटेल ने केला खिलाया और इसके बाद तो नेहरा जी का अलग ही रूप देखने को मिला। इंग्लैंड का स्कोर 52/2 था। 17वें ओवर में नेहरा ने दो विकेट चटकाए। स्कोर बदलकर 52/4 हो गया। 19वें ओवर में एक और विकेट लिया। अब 62 रन पर आधी अंग्रेजी टीम पवेलियन लौट चुकी थी।
भारत की 82 रन की धमाकेदार जीत
मैन ऑफ द मैच रहे नेहरा लगातार विकेट लेते रहे। 27वें ओवर की पहली गेंद पर पॉल कॉलिंगवुड को आउट किया। क्रेग वाइट और रूनी ईरानी को 31वें ओवर में चलता कर 8 विकेट डाउन कर दिए। इंग्लैंड की टीम 168 रन पर ही सिमट गई। भारत को इस मैच में 82 रन से जीत मिली। मैच में नेहरा का शिकार कप्तान नासिर हुसैन (15), एलेक स्टीवर्ट (0), माइकल वॉन (20), पॉल कोलिंगवुड (18), क्रेग वाइट (13) और रूनी ईरानी (0) के विकेट लिए।IND vs AUS: अपने घर का शहंशाह है इंडिया, 0-2 से पिछड़ रहे ऑस्ट्रेलिया के लिए अगले दो हफ्ते बेहद अहमWomen T20 World Cup Final: आज ​इतिहास रचने उतरेगा साउथ अफ्रीका, फाइनल में कैसी होगी दोनों टीम की प्लेइंग XI

Source link

Advertisement

Leave a Reply