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चमोली हादसे के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं का हंगामा
– फोटो : अमर उजाला

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सीएम पुष्कर  सिंह धामी गुरुवार को चमोली में हुए करंट हादसे में झुलसे पीड़ितों से मिलने गोपेश्वर पहुंचे। इस दौरान पुलिस गेस्ट हाउस के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हंगामा शुरू कर दिया और वहीं, धरने पर बैठ गए। उधर, भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी कांग्रेस के विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी। 

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नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, मनीष खंडूरी और विधायक राजेंद्र भंडारी मुख्यमंत्री से मिले। उन्होंने पीड़ित परिवारों को 25 लाख रुपये मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग की। इसके बाद कार्यकर्ता फिर से जिला अस्पताल गेट पर धरना स्थल चले गए। वहां उन्होंने मुख्यमंत्री वापस जाओ के नारे लगाए। 

नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि नमामि गंगे के सीवर ट्रीटमेंट प्लांट में करंट से मरने वाले 16 लोग भ्रष्टाचार और प्रशासन की लापरवाही की भेंट चढ़े हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को आपराधिक मामला दर्ज कर जिम्मेदारों को कड़ी से कड़ी सजा देनी चाहिए। साथ ही मृतकों के परिजनों को 25 लाख मुआवजा और एक-एक आश्रित को नौकरी देनी चाहिए। घायलों को 10 लाख मुआवजा देने की मांग की।

नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य बृहस्पतिवार सुबह गोपेश्वर पहुंचे। यहां अस्पताल में भर्ती घायलों से मिले और मृतकों के परिजनों को सांत्वना दी। इसके बाद वे मृतकों के अंतिम संस्कार में शामिल हुए और उन्हें श्रद्धांजलि दी। यशपाल आर्य ने कहा कि प्राथमिकता के आधार पर घायलों को अच्छी से अच्छी चिकित्सा देकर उनकी जान बचानी चाहिए।

इसके लिए सरकार को तत्परता से कदम उठाने चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य में मानवजनित दुर्घटना में इतनी बड़ी क्षति पहले कभी नहीं हुई। पहले जब एक कर्मचारी की ड्यूटी के दौरान करंट से मौत हो गई थी तो प्रशासन को सजग हो जाना चाहिए था। सुबह फिर करंट फैला और 16 लोग जान गंवा बैठे, दो बार करंट कैसे आया इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस परियोजना पर काम करने वाली एजेंसी, उसकी देखरेख के जिम्मेदारों पर हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए। इतनी बड़े हादसे की जिम्मेदारी किसकी है इस सवाल का जवाब मिलना जरूरी है।

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