सीएम योगी ने एनएक्सी में मुख्यमंत्री कमांड सेंटर का उद्घाटन और सीएम डैशबोर्ड का शुभारंभ किया।
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CM Yogi : सीएम कमांड सेंटर और डैशबोर्ड के जरिए 53 विभागों की 588 योजनाओं एवं परियोजनाओं की प्रगति पर राज्य सरकार की सीधी नजर रहेगी। वहीं मंडलायुक्त, डीएम की रैंकिंग व ग्रेडिंग के लिए 106 फ्लैगशिप प्रोजेक्ट चिह्नित किए गए हैं। दरअसल, पहले विभागों के कार्यों की प्रगति का डाटा कलेक्शन नहीं हो पा रहा था। राज्य सरकार ने सही डाटा कैप्चर करने की शुरुआत की, जिससे सही स्थिति सामने आयी।नीति आयोग ने इसकी प्रशंसा भी की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसकी स्थापना का उद्देश्य प्रदेश की अर्थव्यवस्था में गति लाने के साथ आम जनमानस की संतुष्टि को भी इससे जोड़ना है। समस्याओं के समाधान के लिए तकनीक का प्रयोग करना है। अब हम जिलों की हर गतिविधि को मॉनीटर कर सकते हैं। देश के 112 आकांक्षात्मक जिलों में प्रदेश के आठ जिले प्रगति में सबसे नीचे थे। डाटा कैप्चर करने के बाद छह जिले अच्छा प्रदर्शन करने वाले देश के टॉप-10 जिलों में शामिल हुए। वहीं, टॉप-20 में प्रदेश के सभी आठ जिले शामिल हुए। इसी तरह देश में 500 विकास खंडों को आकांक्षात्मक विकास खंड के रूप में चयनित किया गया है। इसमें प्रदेश के 100 विकास खंडों की प्रगति सबसे अच्छी है। कार्यक्रम काे उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, मुख्य सचिव डीएस मिश्र, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर एक लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया। इस दौरान जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, नगर विकास मंत्री एके शर्मा, डीजीपी विजय कुमार, सलाहकार मुख्यमंत्री अवनीश कुमार अवस्थी, एपीसी मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, गृह एवं सूचना संजय प्रसाद, सूचना निदेशक शिशिर आदि उपस्थित थे।
सारे विभागों को जोड़ा जाएगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी को देश के विकास का ग्रोथ इंजन बनाने के लिए प्रदेश के सभी 93 विभागों को डैश बोर्ड से जोड़ा जाएगा। अधिकारियों का दायित्व है कि डाटा सही तथा समयबद्ध हो। इसमें हेरा-फेरी नहीं होनी चाहिए। मुख्य सचिव द्वारा इनकी पाक्षिक समीक्षा तथा मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा प्रतिमाह समीक्षा की जाएगी। इसी से जिलों तथा फील्ड में तैनात अधिकारियों की ग्रेडिंग भी तय हो जाती है। इस दौरान उन्होंने मेरठ में आरआरटीएस परियोजना, कानपुर मेट्रो, प्रयागराज में उच्च न्यायालय की सुरक्षा तथा चित्रकूट में जल जीवन मिशन की प्रगति की जानकारी भी ली।
कॉमनमैन देता है सटीक जानकारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें सबसे सटीक जानकारी कॉमनमैन से ही मिलती हैं। राज्य सरकार में ह्यूमन इंटेलिजेन्स के साथ ही, आईजीआरएस तथा सीएम हेल्पलाइन का मैकेनिज्म है। जनता दर्शन में विभिन्न जिलों से लोग समस्याएं लेकर आते हैं, जो जिला, तहसील, थाने स्तर आदि की होती हैं। यह ह्यूमन इंटेलिजेंस विभागों की कार्य प्रणाली की जानकारी का सबसे महत्वपूर्ण माध्यम हैं। डीएम, एसपी सुनिश्चित करें कि तहसील, विकास खंड तथा थानों में सामान्य व्यक्ति की बात सीधे सुनी जाए, कोई मध्यस्थ न हो।
ग्रेडिंग और स्टार रैंकिंग भी जारीइस अवसर पर जून, 2023 की विभागों की ग्रेडिंग और स्टार रैंकिंग भी जारी की गई। इसमें अतिरिक्त ऊर्जा, आबकारी, चिकित्सा शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, खेलकूद, स्टांप एवं निबंधन, चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास, व्यवसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास को ”ए प्लस” रैकिंग और फाइव स्टार तक रैकिंग दी गई है। दस विभागों पशुधन, उपभोक्ता संरक्षण एवं बाट-माप, सहकारिता, ऊर्जा, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन, खाद्य एवं रसद, सूचना एवं जनसंपर्क, श्रम एवं सेवायोजन, समाज कल्याण और राज्य कर को ”ए” रैकिंग दी गई है। वहीं, ”सी” रैकिंग वाले 12 विभागों में पिछड़ा वर्ग कल्याण, बेसिक शिक्षा, मत्स्य, उद्यान, खादी एवं ग्रामोद्योग, एमएसएमई, अल्पसंख्यक कल्याण, ग्रामीण अभियंत्रण, सैनिक कल्याण, प्राविधिक शिक्षा, परिवहन और नगर विकास एवं गरीबी उन्मूलन शामिल हैं। हालांकि इनमें से बेसिक शिक्षा, खादी एवं ग्रामोद्योग और सैनिक कल्याण को फाइव स्टार रैंकिंग मिली है।
पंचम तल बना सरकार की तीसरी नजर, हर योजना की मिलेगी रियल टाइम खबर
कभी मुख्यमंत्री कार्यालय होने के लिए मशहूर लाल बहादुर शास्त्री भवन (एनेक्सी) का पंचम तल अब सरकारी योजनाओं की रियल टाइम प्रगति जानने और आमजन की शिकायतों के निस्तारण का नया ठिकाना होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को एनेक्सी के पंचम तल पर बनाए गए मुख्यमंत्री कमांड सेंटर व सीएम डैशबोर्ड का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अनंत संभावनाएं हैं। इनको धरातल पर उतारने तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप राज्य को देश की अर्थव्यवस्था का ग्रोथ इंजन बनाने की दृष्टि से डाटा कलेक्शन आज की आवश्यकता है। आज का दिन उत्तर प्रदेश के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री कमांड सेंटर तथा सीएम डैशबोर्ड के शुभारंभ के माध्यम से प्रदेश को विकास के नये विजन के साथ आगे बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। यह एक युगांतरकारी घटना है।
राज्य सरकार की यह नई पहल आमजन की समस्याओं का समयबद्ध निस्तारण और सरकार की योजनाओं का बेहतर लाभ दिलाने में कारगर साबित होगी। बता दें कि इसके जरिए पुलिस-प्रशासन,, नगर निगम, विकास प्राधिकरण, विश्वविद्यालयों की परफॉर्मेंस व सरकार के विभिन्न योजनाओं के प्रदर्शन के अनुसार मासिक रैंकिंग व ग्रेडिंग भी की जाएगी। सीएम डैशबोर्ड से रियल टाइम मॉनीटरिंग की जाएगी। अत्याधुनिक उपकरणों से लैस मुख्यमंत्री कमांड सेंटर में एकीकृत डैशबोर्ड, वीडियो वॉल, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सुविधा, कॉल सेंटर, डिस्कशन, प्रशिक्षण व तकनीकी कक्ष स्थापित किए गए हैं। सीएम डैशबोर्ड के माध्यम से विभागीय सेवाओं, योजनाओं व कार्यक्रम की विभिन्न स्तर पर मॉनीटरिंग सुनिश्चित होगी।