HDFC Bank Q1 नतीजे: शुद्ध मुनाफा 12% बढ़ा, NII में 5% की वृद्धि, 1:1 बोनस शेयर का ऐलान

HDFC bank

देश के सबसे बड़े निजी क्षेत्र के बैंक HDFC Bank ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (Q1 FY26) के नतीजे घोषित किए हैं, जिसमें शुद्ध मुनाफा 12% बढ़कर ₹18,155 करोड़ हो गया, जो पिछले साल की समान तिमाही में ₹16,175 करोड़ था। बैंक की नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) 5% की वृद्धि के साथ ₹31,438 करोड़ रही, जो पिछले साल ₹29,837 करोड़ थी। इसके अलावा, बैंक ने अपने शेयरधारकों के लिए 1:1 बोनस शेयर और ₹5 प्रति शेयर विशेष अंतरिम डिविडेंड की घोषणा की है। HDFC बैंक, Q1 नतीजे, बोनस शेयर, और नेट इंटरेस्ट इनकम जैसे टॉप-रैंकिंग कीवर्ड के साथ विस्तृत जानकारी दी गई।

प्रमुख वित्तीय हाइलाइट्स

1. शुद्ध मुनाफा और NII में वृद्धि

HDFC Bank ने अप्रैल-जून 2025 तिमाही में शुद्ध मुनाफा 12% बढ़ाकर ₹18,155 करोड़ दर्ज किया, जो साल-दर-साल (YoY) आधार पर ₹16,175 करोड़ से अधिक है। नेट इंटरेस्ट इनकम (NII), जो लोन पर अर्जित ब्याज और जमा पर खर्च किए गए ब्याज के बीच का अंतर है, 5% बढ़कर ₹31,438 करोड़ हो गई। हालांकि, तिमाही-दर-तिमाही (QoQ) आधार पर NII में 2% की मामूली कमी देखी गई।

2. लोन और डिपॉजिट ग्रोथ

  • ग्रॉस एडवांस: जून 2025 तिमाही में 6.7% की वृद्धि के साथ ₹26.53 लाख करोड़ तक पहुंचा, जो पिछले साल ₹24.86 लाख करोड़ था।
  • डिपॉजिट: 16.2% की मजबूत वृद्धि के साथ ₹27.64 लाख करोड़ हो गया, जो पिछले साल ₹23.79 लाख करोड़ था।
  • रिटेल लोन: 8.1% की वृद्धि दर्ज की गई।
  • SME लोन: 17.1% की प्रभावशाली वृद्धि।
  • कॉरपोरेट और अन्य होलसेल लोन: 1.7% की मामूली वृद्धि।
  • ओवरसीज एडवांस: कुल एडवांस का 1.7% रहा।

3. एसेट क्वालिटी में बदलाव

HDFC Bank की ग्रॉस NPA (गैर-निष्पादित परिसंपत्तियाँ) अनुपात 1.40% हो गया, जो पिछली तिमाही में 1.33% था। नेट NPA अनुपात 0.47% रहा, जो पिछले साल की समान तिमाही में 0.43% था। प्रोविजन और कॉन्टिनजेंसीज में 455% की भारी वृद्धि देखी गई, जो ₹14,441.63 करोड़ तक पहुंच गई। यह दर्शाता है कि बैंक ने जोखिम प्रबंधन के लिए सतर्क रुख अपनाया है।

4. बोनस शेयर और डिविडेंड

HDFC Bank ने पहली बार 1:1 बोनस शेयर जारी करने की घोषणा की है, जिसका अर्थ है कि प्रत्येक शेयरधारक को प्रत्येक ₹1 के पूर्ण भुगतान वाले शेयर के लिए एक अतिरिक्त ₹1 का शेयर मिलेगा। बोनस शेयर की पात्रता के लिए रिकॉर्ड तिथि 27 अगस्त 2025 निर्धारित की गई है। इसके साथ ही, बैंक ने ₹5 प्रति शेयर का विशेष अंतरिम डिविडेंड भी घोषित किया है, जो निवेशकों के लिए अतिरिक्त मूल्य प्रदान करता है।

5. नेटवर्क और कर्मचारी वृद्धि

जून 2025 तक, HDFC Bank का वितरण नेटवर्क 9,499 शाखाओं और 21,251 ATM तक विस्तारित हुआ, जो 4,153 शहरों में फैला है। बैंक के कर्मचारियों की संख्या 17.2% बढ़कर 2,13,069 हो गई, जो पिछले साल 1,81,725 थी। लगभग 52% शाखाएँ अर्ध-शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में हैं, जो बैंक की व्यापक पहुंच को दर्शाता है।

निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण बिंदु

  • नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM): विशेषज्ञों का अनुमान है कि RBI की हालिया रेपो रेट कटौती के कारण मार्जिन पर दबाव रहा, जिसके परिणामस्वरूप NIM 3.41% तक कम हो गया।
  • लोन-टू-डिपॉजिट अनुपात (LDR): बैंक ने LDR को 95% तक सुधारने के लिए प्रयास किए हैं, जो डिपॉजिट ग्रोथ को बढ़ावा देने की रणनीति को दर्शाता है।
  • मार्केट प्रदर्शन: नतीजों की घोषणा से एक दिन पहले, HDFC बैंक के शेयर 1.47% गिरकर ₹1,957 पर बंद हुए। स्टॉक हाल के उच्च स्तर ₹2,027 और समर्थन स्तर ₹1,970 के बीच समेकित हो रहा है।

बाजार की प्रतिक्रिया और रणनीति

विश्लेषकों का कहना है कि HDFC Bank के नतीजे स्थिर रहे, लेकिन प्रोविजन में भारी वृद्धि और एसेट क्वालिटी में मामूली गिरावट निवेशकों के लिए चिंता का विषय हो सकता है। ऑप्शंस मार्केट में 31 जुलाई की समाप्ति से पहले ±3% की कीमत में उतार-चढ़ाव की उम्मीद है। निवेशक निम्नलिखित रणनीतियों पर विचार कर सकते हैं:

  • लॉन्ग स्ट्रैडल: उन लोगों के लिए जो अधिक अस्थिरता की उम्मीद करते हैं।
  • शॉर्ट स्ट्रैडल: यदि स्टॉक सीमित दायरे में रहने की उम्मीद है।
  • बेयर पुट स्प्रेड: यदि स्टॉक ₹1,970 के समर्थन स्तर से नीचे बंद होता है।

HDFC Bank ने Q1 FY26 में मजबूत मुनाफा वृद्धि और डिपॉजिट में उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज की है, जो इसकी स्थिरता और विकास रणनीति को दर्शाता है। बोनस शेयर और विशेष डिविडेंड की घोषणा से शेयरधारकों का विश्वास बढ़ेगा। हालांकि, प्रोविजन में वृद्धि और NPA में मामूली वृद्धि पर निवेशकों की नजर रहेगी। 2025 बैंकिंग सेक्टर में HDFC Bank एक प्रमुख खिलाड़ी बना रहेगा, और इसके नतीजे भारतीय शेयर बाजार में रुचि बनाए रखेंगे।

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