भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने ऑस्ट्रेलिया के हाथों मिली 10 विकेट की निराशाजनक हार के बाद शनिवार को कहा कि बल्लेबाजों का तकनीक पर अमल न करना इस पराजय का कारण बना। ऑस्ट्रेलिया की घातक गेंदबाजी के आगे भारतीय बल्लेबाजी मात्र 117 रन पर सिमट गयी। मेहमानों ने 118 रन का लक्ष्य बिना कोई विकेट गंवाए मात्र 11 ओवर में हासिल कर लिया। कंगारुओं की इस जीत के नायक मिचेल स्टार्क रहे, जिन्होंने पहले ओवर से ही गेंद को स्विंग करते हुए पांच विकेट चटकाए।
रोहित ने मैच के बाद कहा, “अगर आप एक मैच हारते हैं तो वह बेहद निराशाजनक होता है। हमने बल्लेबाजी में तकनीक पर अमल नहीं किया और पर्याप्त रन बनाने में असफल रहे। यह पिच 117 रन बनाने वाली नहीं थी। हमने खुद को जरूरी रन बनाने का मौका नहीं दिया।”
उन्होंने कहा, “पहले ओवर में शुभमन का विकेट गिरने के बाद मैंने और विराट ने 30-35 रन जोड़े मगर उसके बाद मैंने अपना विकेट गंवा दिया। स्टार्क एक शानदार गेंदबाज है और वह लंबे समय से ऑस्ट्रेलिया के लिए ऐसा कर रहा है। वह अपनी क्षमता के अनुसार गेंदबाजी करता रहा और नई गेंद को स्विंग करवाया।”
उन्होंने कहा, ”स्टार्क बेहतरीन गेंदबाज है। वह नई गेंद से ऑस्ट्रेलिया के लिये इतने वर्षों से यह भूमिका निभा रहा है। वह अपनी काबिलियत के मुताबिक बेहतरीन गेंदबाजी करता है और हम उसके सामने लगातार विफल हो रहे हैं। हमें यह बात समझनी होगी और इसके अनुसार खेलना होगा। ”
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स्टार्क की शानदार गेंदबाजी के बाद मिचेल मार्श और ट्रैविस हेड ने विस्फोटक बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया और 121 रन की अविजित साझेदारी करके तीन मैचों की सीरीज 1-1 से बराबर कर दी। मार्श ने 36 गेंद पर छह चौकों और छह छक्कों के साथ नाबाद 66 रन बनाये और रोहित को अपनी तारीफ करने पर मजबूर कर दिया।
भारतीय कप्तान ने कहा, “जब पावर हिटिंग की बात आती है तो मार्श को शीर्ष खिलाड़ियों में रखा जाना चाहिए। वह हर बार ऐसा करने के लिए खुद पर भरोसा करता है। जब पावर हिटिंग की बात आती है तो निश्चित रूप से वह शीर्ष तीन या चार बल्लेबाजों में से एक है।