मुंबई: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बताया कि 6 जून 2025 को समाप्त सप्ताह में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 5.17 अरब डॉलर की वृद्धि दर्ज की गई है। इसके साथ ही देश का कुल विदेशी मुद्रा भंडार अब 696.66 अरब डॉलर हो गया है।
RBI के आंकड़ों के अनुसार, इस बढ़ोतरी का मुख्य कारण विदेशी मुद्रा संपत्तियों और सोने के भंडार में हुई वृद्धि है। यह उछाल भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक सकारात्मक संकेत है, क्योंकि मजबूत विदेशी मुद्रा भंडार वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं से निपटने में मदद करता है।
हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि वैश्विक बाजारों में अस्थिरता और अमेरिकी डॉलर के मूल्य में उतार-चढ़ाव का असर भविष्य में भारत के भंडार पर पड़ सकता है। फिर भी, मौजूदा वृद्धि से भारतीय रुपये को स्थिरता मिलने की उम्मीद है।
पिछले कुछ महीनों में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार बढ़ रहा है, जो देश की आर्थिक नीतियों की मजबूती को दर्शाता है।