इंफोसिस ने अपने स्टाफ को को सितंबर तिमाही के लिए वेरिएबल पे का 65 प्रतिशत भुगतान किया था। यह पहली तिमाही की तुलना में कम था। वेरिएबल पे कंपनी और एंप्लॉयी के प्रदर्शन से जुड़ी होती है। आमतौर पर इसे एंप्लॉयी के सैलरी पैकेज में शामिल किया जाता है। जून तिमाही में मार्जिन में गिरावट आने की वजह से वेरिएबल पे में कटौती की गई थी। हालांकि, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने पहली तिमाही के लिए वेरिएबल पे में कमी नहीं की थी। स्लोडाउन और कुछ अन्य कारणों से IT कंपनियों के रेवेन्यू और मार्जिन पर असर पड़ रहा है। इस वजह से इस सेक्टर की कुछ कंपनियों के एंप्लॉयीज की वेरिएबल पे में कमी की जा रही है। इंफोसिस ने पिछले वर्ष के अंत में अपने स्टाफ को चरणबद्ध तरीके से ऑफिस में दोबारा बुलाने की योजना तैयार की थी।
IT सेक्टर की बहुत सी कंपनियां रिमोट वर्क को समाप्त कर वर्कर्स को ऑफिस बुला रही हैं। इंफोसिस के एग्जिक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट और ह्युमन रिसोर्सेज डिविजन के ग्रुप हेड, Krishnamurthy Shankar ने कहा था कि कंपनी की ओर से स्टाफ को फ्लेक्सिबिलिटी की अनुमति दी जाएगी। कंपनी के 54 देशों में 247 ऑफिस हैं।
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