राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) के एक कड़े फैसले से संस्कृत प्रवेशिका स्कूलों में प्रधानाध्यापक बनना चाह रहे सैंकड़ों उम्मीदवारों के सपने टूट गए हैं। आरपीएससी द्वारा संस्कृत शिक्षा विभाग में प्रधानाध्यापक (प्रवेशिका स्कूल) के 83 पदों पर निकाली गई भर्ती में आयु की गणना 1 जुलाई 2022 से की जाएगी। आयु सीमा 1 जुलाई 2021 की बजाय 1 जुलाई 2022 करने से सैंकड़ों उम्मीदवार इस भर्ती की दौड़ से बाहर हो गए हैं। इस निर्णय की वजह से वंचित अभ्यर्थी मांग कर रहे हैं कि आयु 1 जुलाई 2021 से देखी जानी चाहिए।
भर्ती की अन्य खास बातें
– आवेदन 14 जून से किए जा सकेंगे। अंतिम तिथि 13 जुलाई तय की गई है
योग्यता
– कम से कम 48 फीसदी अंकों के साथ साइंस/आर्ट्स में बैचलर/शास्त्री डिग्री। साथ ही एजुकेशन में शिक्षा शास्त्री/डिग्री या डिप्लोमा (एनसीटीई से मान्यता प्राप्त)
– अनुभव – किसी भी स्कूल में 5 साल पढ़ाने का अनुभव
आयु सीमा
न्यूनतम आयु सीमा 21 वर्ष और अधिकतम 40 वर्ष तय की गई है। आयु की गणना 1 जुलाई 2022 से की जाएगी।
आयु सीमा में छूट
राजस्थान राज्य के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछडा वर्ग, अति पिछड़ा वर्ग एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के पुरुष अभ्यर्थी – 5 वर्ष
सामान्य वर्ग की महिला- 5 वर्ष
राजस्थान राज्य की अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछडा वर्ग, अति पिछड़ा वर्ग एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की महिला अभ्यर्थी – 10 वर्ष
चयन
अभ्यर्थियों का चयन प्रतियोगी परीक्षा के माध्यम से किया जायेगा।
परीक्षा
यह परीक्षा ऑब्जेक्टिव टाइम प्रश्नों से ली जाएगी। परीक्षा स्थान व तिथि के संबंध में यथासमय सूचित कर दिया जायेगा।