राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने जानकारी देते हुए कहा कि रामनवमी के मौके पर 4 दिन तक रामलला के दर्शन साढ़ें 19 घंटे तक चलेंगे। सुबह साढ़े तीन बजे से रात 11 बजे तक दर्शन के लिए मंदिर के पट खुले रहेंगे। 19 अप्रैल तक वीआईपी व स्पेशल पास भी रद कर दिए गए हैं। 20 अप्रैल से दोबारा पास से दर्शन की सुविधा शुरू होगी। इसी के साथ श्री राम जन्मभूमि के क्षेत्र ट्रस्ट ने देश के विशेष जनों से सामान्य दर्शन की अपील की है। जानकारी दी गई कि 16 एवं 18 और 19 अप्रैल को सुबह 6:30 बजे से रामलला के दर्शन शुरू होंगे। साढ़े 19 घंटे के दर्शन व्यवस्था सिर्फ रामनवमी के लिए रहेगी।
रामनवमी के दिन पट बंद होने का समय तय नहीं : रामनवमी पर रामलला के दर्शन के लिए समय बढ़ाया गया है। हालांकि 17 अप्रैल यानि राम नवमी के दिन भीड़ के दबाव के बाद शयन आरती का समय निश्चित होगा। इसके बाद ही रामलला के दर्शन रोके जाएंगे। हालांकि अभी तय किए कार्यक्रम अनुसार फिलहाल रात 11 बजे शयन आरती शुरू करने का निर्णय लिया गया है। 17 अप्रैल को सुबह 3:30 बजे से रात 11:00 तक दर्शन होंगे। रामलला का सूर्य तिलक दोपहर 12 बजे होगा।
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दर्शन को लगेंगे एलईडी
राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि मेरा निवेदन है रामनवमी पर दर्शन करना व्यवस्था बनाए रखना भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना भगवान का दर्शन करना महत्वपूर्ण है। भगवान के दर्शन में अगर कष्ट हुआ तो किसी को भी अच्छा नहीं लगेगा। इसलिए अयोध्या नगर निगम में राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट की ओर से 80 से 100 स्थान पर एल ई डी के पर्दे लगाए जाएंगे। यह कार्य प्रसार भारती तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से करेगा। बोर्ड लगाने वाली एजेंसी है पर्दे लगाने का कार्य भी उन्हीं की ओर से हो रहा है। तो जनता से निवेदन है कि अपने घर पर अपने मोबाइल पर टेलीविजन में अपने क्षेत्र के निकट जो एल ई डी स्क्रीन लगे हैं वहीं पर 17 अप्रैल रामनवमी दोपहर 12:00 रामचंद्र जी के गर्भगृह का दर्शन करें और राम जन्म उत्सव का सुख प्राप्त करें।
उन्होंने कहा कि लोग अपने घर में दुकान में अपने मोबाइल पर देखेंगे तो राम जन्मभूमि मंदिर पर दर्शन करने वालों की संख्या भी नियंत्रित हो जाएगी सुव्यवस्था निर्माण होगी और दर्शनार्थियों को अच्छे से अच्छा सुगम दर्शन मिलेगा। राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के महासचिव ने यह भी बताया कि अभी तक प्रातः 6:30 बजे सुगम दर्शन होते हैं अब यह विचार किया गया है 16 तारीख को यह व्यवस्था लागू नहीं होगी 18 तारीख को भी लागू नहीं होगी केवल एक दिन 17 अप्रैल रामनवमी के दिन यह व्यवस्था लागू रहेगी। प्रातः काल सुबह 3:30 बजे दर्शन के लिए लाइन में लग सकते हैं। भगवान की मंगला आरती भगवान का अभिषेक भगवान को नए वस्त्र पहनना भोग लगाना यह सब कार्य भी करते रहेंगे और दर्शन भी होते रहेंगे।