मुंबई: Tesla ने 15 जुलाई 2025 को भारत में अपने पहले शोरूम, टेस्ला एक्सपीरियंस सेंटर, के साथ आधिकारिक तौर पर प्रवेश किया। यह शोरूम मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) में मेकर मैक्सिटी मॉल में खोला गया है। इस अवसर पर महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने टेस्ला के सीईओ एलन मस्क को स्वागत करते हुए एक उत्साहपूर्ण संदेश साझा किया, जिसमें उन्होंने प्रतिस्पर्धा को नवाचार का प्रेरक बताया।
आनंद महिंद्रा का स्वागत संदेश
आनंद महिंद्रा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “भारत में स्वागत है, @elonmusk और @Tesla। दुनिया के सबसे बड़े इलेक्ट्रिक वाहन अवसरों में से एक अब और रोमांचक हो गया है। प्रतिस्पर्धा नवाचार को बढ़ावा देती है, और आगे की राह लंबी है। चार्जिंग स्टेशन पर आपसे मिलने की प्रतीक्षा है।” उन्होंने 2017 के एक पुराने ट्वीट का स्क्रीनशॉट भी साझा किया, जिसमें उन्होंने मस्क को भारत में टेस्ला लाने के लिए आमंत्रित किया था। उस समय मस्क ने भारत के 2030 तक केवल इलेक्ट्रिक कार बेचने की योजना की सराहना की थी, जिसके जवाब में महिंद्रा ने मजाकिया अंदाज में कहा था, “एलन, अब समय है कि आप यहां आएं। आप नहीं चाहेंगे कि पूरा बाजार महिंद्रा के पास चला जाए, है ना? जितने ज्यादा, उतना बेहतर और हरित!”
Tesla Model Y का लॉन्च
Tesla ने भारत में अपनी प्रीमियम SUV, टेस्ला Model Y, को लॉन्च किया है। इसकी ऑन-रोड कीमत 60.1 लाख रुपये (रियर-व्हील ड्राइव) से शुरू होती है, जबकि लॉन्ग-रेंज रियर-व्हील ड्राइव वेरिएंट की कीमत 67.8 लाख रुपये है। हालांकि, भारत में उच्च आयात शुल्क के कारण मॉडल Y की कीमत अमेरिका, चीन या जर्मनी की तुलना में काफी अधिक है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शोरूम का उद्घाटन किया और टेस्ला से भारत में अनुसंधान, विकास और विनिर्माण पर ध्यान देने का आग्रह किया। उन्होंने 2015 में अमेरिका में टेस्ला वाहन में अपनी पहली सवारी को याद करते हुए कहा, “ऐसी तकनीक को भारत में आते देखना हमेशा से एक उम्मीद थी। इसमें 10 साल लग गए, लेकिन हमें खुशी है कि आप आखिरकार यहां हैं।” फडणवीस ने महाराष्ट्र को टेस्ला की इस यात्रा में एक भागीदार के रूप में देखने की इच्छा जताई।
भारत में Tesla की रणनीति
टेस्ला की भारत में यह शुरुआत ऐसे समय में हुई है जब कंपनी को अमेरिका और यूरोप में बिक्री में कमी का सामना करना पड़ रहा है। भारत, जो विश्व का तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल बाजार है, टेस्ला के लिए एक बड़ा अवसर प्रदान करता है। कंपनी ने जुलाई 2025 के अंत तक दिल्ली के एयरोसिटी में एक और शोरूम खोलने की योजना बनाई है। इसके अलावा, टेस्ला ने मुंबई के लोढ़ा लॉजिस्टिक्स पार्क में 24,565 वर्ग फुट का एक गोदाम भी पट्टे पर लिया है, जो बिक्री और सेवा ढांचे को मजबूत करने की दिशा में एक कदम है।
चुनौतियां और भविष्य की योजनाएं
भारत में 40,000 डॉलर से कम कीमत वाले आयातित वाहनों पर 70% आयात शुल्क लागू होता है, जिसके कारण टेस्ला की कारें प्रीमियम कीमत पर बिक रही हैं। केंद्रीय सरकार ने आयात शुल्क में छूट देने से इनकार कर दिया है, और केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने स्पष्ट किया कि टेस्ला फिलहाल भारत में विनिर्माण के बजाय बिक्री और सेवा ढांचे पर ध्यान दे रही है। फिर भी, टेस्ला अगस्त 2025 से डिलीवरी शुरू करने और मुंबई व दिल्ली में चार्जिंग हब स्थापित करने की योजना बना रही है।
शोरूम का डिज़ाइन
मुंबई का Tesla एक्सपीरियंस सेंटर टेस्ला की वैश्विक छवि को दर्शाता है, जिसमें सफेद दीवारें, न्यूनतम डिज़ाइन और भारतीय तत्वों का समावेश है। वास्तुकार नीता शारदा ने इस प्रोजेक्ट का नेतृत्व किया। शोरूम ग्राहकों को वाहनों को देखने, टेस्ट ड्राइव बुक करने और कार को अनुकूलित करने की सुविधा प्रदान करता है।
प्रतिस्पर्धा और नवाचार
आनंद महिंद्रा ने अपने संदेश में प्रतिस्पर्धा को भारत के बढ़ते इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र के लिए स्वस्थ बताया। महिंद्रा ग्रुप ने हाल ही में XUV400 और XUV.e8 जैसे इलेक्ट्रिक वाहनों को लॉन्च किया है, जो इस क्षेत्र में उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। टेस्ला का भारत में प्रवेश न केवल तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देगा, बल्कि पर्यावरण के प्रति जागरूकता और स्थिरता को भी प्रोत्साहित करेगा।