इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी टेस्ला (Tesla) के मॉडल वाई (Y) इलेक्ट्रिक क्रॉसओवर ने एक नया रिकॉर्ड सेट कर दिया है। जी हां, यह इलेक्ट्रिक कार दुनिया की सबसे ज्यादा बिकने वाली कार बन गई है। Jato Dynamics ने अपनी स्टडी में दावा किया है कि Tesla Model Y ने इस साल की पहली तिमाही में Toyota Corolla को भी पीछे छोड़ टॉप पोजीशन हासिल की है। दिलचस्प बात यह है कि मॉडल वाई ने टोयोटा कोरोला की तुलना में लगभग दोगुनी कीमत होने के बावजूद यह उपलब्धि हासिल की है।
किसने कितनी यूनिट्स बेची?
इस स्टडी से पता चलता है कि इस कैलेंडर इयर की पहली तिमाही में टेस्ला मॉडल Y ने ग्लोबल लेवल पर 267,000 यूनिट्स बेची है। इसकी तुलना में इस अवधि के दौरान टोयोटा कोरोला और RAV4 ने क्रमशः 256,400 यूनिट्स और 214,700 यूनिट्स की बिक्री की है।
एलन मस्क ने भी किया था दावा
अध्ययन में यह भी दावा किया गया है कि टेस्ला मॉडल Y ने पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही की तुलना में पिछली तिमाही में साल-दर-साल 69 प्रतिशत की भारी वृद्धि देखी है। दिलचस्प बात यह है कि टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने इसके लॉन्च से पहले ही क्रॉसओवर में अपना विश्वास जताया था। उन्होंने 2016 में कहा था कि मॉडल Y हर साल 500,000 से 10 लाख यूनिट्स की बिक्री हासिल करेगी।
प्राइस कट करने से बढ़ गई बिक्री
अपनी बिक्री का खुलासा न करते हुए टेस्ला ने कुछ हफ्ते पहले दावा किया था कि 2023 की पहली तिमाही में 400,000 से अधिक मॉडल Y और मॉडल 3 कारों को ग्राहकों तक पहुंचाया गया था। टेस्ला द्वारा प्राइस कट किए जाने के कारण इस मॉडल की बिक्री में अचानक उछाल दर्ज किया गया है। बता दें कि 2022 के अंत में और 2023 की शुरुआत में कार निर्माता ने अपने अधिकांश लाइनअप की कीमत में कमी की थी। मॉडल Y में भी कई बार कीमतों में कटौती देखी गई, जिसने संभवतः EV की बिक्री में वृद्धि में योगदान दिया।