पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने चोट से जूझ रहे भारतीय खिलाड़ियों के फिटनेस को लेकर बड़ा दावा किया है। उनका मानना है कि भारतीय खिलाड़ी फील्ड पर नहीं बल्कि जिम में चोटिल हो रहे हैं। जसप्रीत बुमराह और श्रेयस अय्यर जैसे खिलाड़ियों के बार-बार चोटिल होने से भारत को नुकसान हो रहा है। बुमराह पहले ही आईपीएल से बाहर हो चुके हैं और वर्ल्ड कप में उनके खेलने पर संशय बरकरार है।
एनडीटीवी के हवाले से वीरेंद्र सहवाग ने कहा कि क्रिकेट में वेटलिफ्टिंग के लिए कोई जगह नहीं है। सहवाग ने अपने खेल के दौरान के समय का उदाहरण देकर समझाया कि एमएस धोनी, युवराज सिंह और सचिन तेंदुलकर जैसे खिलाड़ी कभी भी पीठ, हैमस्ट्रिंग या क्वाड्रिसेप की चोट के कारण बाहर नहीं हुए।
वीरेंद्र सहवाग ने कहा, ”क्रिकेट में वेटलिफ्टिंग के लिए कोई जगह नहीं है। इसके बजाए आपको वो एक्सरसाइज करने चाहिए, जिससे गेम में सुधार हो। वेटलिफ्टिंग आपको मजबूती देगा, लेकिन दर्द भी देगा। हमारे समय में आकाश चोपड़ा, गौतम गंभीर, राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, वीवीएस लक्ष्मण, एमएस धोनी, या युवराज सिंह, पीठ, हैमस्ट्रिंग, या क्वाड्रिसेप चोटों के कारण कोई भी बाहर नहीं हुआ था।”
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सहवाग ने कहा कि अभी जो खिलाड़ी चोट से जूझ रहे हैं उसकी वजह वेट ट्रेनिंग है। उन्होंने कहा, ”केएल राहुल, रोहित शर्मा और श्रेयस अय्यर सभी इस तरह की चोटों से जूझ चुके हैं। वे वेट ट्रेनिंग की वजह से चोटिल हो रहे हैं। वे जिम में चोटिल होते हैं, ग्राउंड पर नहीं।”
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उन्होंने आगे कहा, ”हमने अपने समय में कभी भी वेट ट्रेनिंग नहीं किया। लेकिन फिर भी हम पूरे दिन क्रिकेट खेलने में सक्षम थे। ये विराट कोहली का फंडा हो सकता है। लेकिन हर कोई विराट कोहली नहीं है। आपको एक ट्रेनिंग प्रोग्राम बनाना होगा, जोकि खुद के शरीर से जुड़ा हो।”