14 जून 2025: इजरायल और ईरान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है, क्योंकि दोनों देशों ने एक-दूसरे पर ताबड़तोड़ हमले किए हैं। ईरान ने इजरायल पर सैकड़ों मिसाइलें दागीं, जिसके जवाब में इजरायल ने ईरान के सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले किए। इन हमलों ने मध्य पूर्व में तनाव को और बढ़ा दिया है।
ईरान का जवाबी हमला
ईरान की सेना ने इजरायल के तेल अवीव, यरुशलम और रिशोन लीजियन सहित कई शहरों को निशाना बनाया। इजरायली मीडिया के अनुसार, इन हमलों में एक व्यक्ति की मौत हो गई और 34 नागरिक घायल हुए। हमलों से रिशोन लीजियन में कई मकान क्षतिग्रस्त हुए, कुछ पूरी तरह जमींदोज हो गए। ईरान ने इन हमलों को “ऑपरेशन राइजिंग लायन” का हिस्सा बताया। तेहरान में हमलों के बाद जश्न का माहौल देखा गया, जहां लोग सड़कों पर उतर आए।
इजरायल का पलटवार
इजरायल ने ईरान के एक सैन्य अड्डे पर हवाई हमले किए, जिसके बाद वहां घंटों तक आग जलती रही। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि इजरायल किसी भी हमले का करारा जवाब देगा। उन्होंने “ऑपरेशन राइजिंग” शुरू करने की घोषणा की।
हमास की प्रतिक्रिया
हमास के वरिष्ठ नेता इज्जत अल-रिशेक ने ईरान के हमलों की सराहना की और कहा कि इजरायल की आयरन डोम रक्षा प्रणाली विफल रही। उन्होंने ईरान की सैन्य कार्रवाई को क्षेत्र में इजरायल के खिलाफ एक मजबूत कदम बताया।
नुकसान और हताहत
रिपोर्ट्स के अनुसार, ईरान के हमलों से इजरायल में भारी नुकसान हुआ है। दूसरी ओर, इजरायल के हमलों में ईरान के छह वैज्ञानिकों और 20 सैन्य कमांडरों के मारे जाने की खबर है।
वैश्विक चिंता
इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते संघर्ष ने वैश्विक समुदाय में चिंता बढ़ा दी है। दोनों देशों के बीच यह तनाव क्षेत्रीय स्थिरता के लिए खतरा बन सकता है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है।