नई दिल्ली, 12 जून 2025: पांच वर्षों के लंबे इंतजार के बाद finally कैलाश मानसरोवर यात्रा 2025 जून में शुरू होने वाली है। इस बार 750 यात्रियों का चयन कंप्यूटराइज्ड ड्रॉ के माध्यम से किया गया है, जो इस पवित्र तीर्थयात्रा का हिस्सा बनेंगे।
कैलाश मानसरोवर यात्रा हिंदू, जैन और बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण धार्मिक यात्रा है। इस यात्रा के लिए भारतीय नागरिकों को चीनी दूतावास, नई दिल्ली से वीज़ा और तिब्बत के लिए यात्रा परमिट प्राप्त करना होगा।
यात्रा के लिए पंजीकरण प्रक्रिया में 5,561 आवेदकों ने भाग लिया, और इनमें से 750 यात्रियों का चयन कंप्यूटराइज्ड ड्रॉ के जरिए किया गया। चयनित यात्रियों की सूची अब अतिरिक्त जांच, जिसमें स्वास्थ्य और दस्तावेजों की सत्यापन शामिल है, से गुजरेगी, इसके बाद वे जून 2025 में यात्रा पर निकलेंगे।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, यात्रा जून से शुरू होकर अगस्त तक चलेगी। यात्रा कोविड-19 महामारी के कारण 2020 से निलंबित थी, और अब इसकी पुनरारंभ भारत-चीन संबंधों में सुधार की दिशा में एक कदम के रूप में देखा जा रहा है।
यात्रा के दौरान श्रद्धालु कैलाश पर्वत और मानसरोवर झील जैसे पवित्र स्थानों का दर्शन करेंगे, जो आध्यात्मिक महत्व रखते हैं। यात्रा के रूट में लिपुलेख (उत्तराखंड) और नाथू ला (सिक्किम) शामिल हैं।
मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, “हम ensuring करते हैं कि सभी यात्रियों को सुरक्षा और सुविधा प्रदान की जाए। यह यात्रा न केवल धार्मिक महत्व रखती है, बल्कि यह भारत और चीन के बीच सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने में भी मदद करेगी।”
श्रद्धालुओं से अनुरोध है कि वे सभी आवश्यक दस्तावेज और स्वास्थ्य प्रमाणपत्र समय पर जमा करें, ताकि यात्रा सुचारू रूप से हो सके।
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