दिसंबर 2023 में, नेफ्रो केयर इंडिया ने प्री-आईपीओ फंडिंग राउंड को सफलतापूर्वक पूरा किया था, जिसमें बैंकिंग के दिग्गजों भाग लिया था। मल्टी-स्पेशियलिटी हेल्थकेयर प्रदाता नेफ्रो केयर दीपक पारेख समर्थित कंपनी है।

आम चुनाव परिणाम आने के बाद से आईपीओ मार्केट में तेजी जारी है। एक के बाद एक कंपनी अपना आईपीओ लेकर आ रही है। अब एक और हेल्थ कंपनी का आईपीओ 28 जून से खुलने जा रहा है। किडनी देखभाल सेवा प्रदाता नेफ्रो केयर इंडिया लिमिटेड की आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिए 41 करोड़ रुपये से कुछ अधिक राशि जुटाने की योजना है। कंपनी के अनुसार, आईपीओ 28 जून को खुलेगा और दो जुलाई को बंद होगा। इसके लिए निर्गम मूल्य 85-90 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। 

45.84 लाख शेयर जारी किए जाएंगे।

एंकर (बड़े) निवेशक 27 जून को बोली लगा पाएंगे। आईपीओ में 41.26 करोड़ रुपये मूल्य के 45.84 लाख शेयर जारी किए जाएंगे। इसके बाद कंपनी के शेयर एनएसई इमर्ज मंच पर सूचीबद्ध किए जाएंगे। कंपनी आईपीओ से प्राप्त 26.17 करोड़ रुपये का इस्तेमाल पश्चिम बंगाल के कोलकाता के मध्यमग्राम में विवासिटी मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल की स्थापना के लिए करना चाहती है। शेष पूंजी का उपयोग सामान्य कॉर्पोरेट कार्यों के लिए किया जाएगा। 

दीपक पारेख समर्थित कंपनी है नेफ्रो केयर 

मल्टी-स्पेशियलिटी हेल्थकेयर प्रदाता नेफ्रो केयर दीपक पारेख समर्थित कंपनी है। दिसंबर 2023 में, नेफ्रो केयर इंडिया ने प्री-आईपीओ फंडिंग राउंड को सफलतापूर्वक पूरा किया था, जिसमें बैंकिंग के दिग्गज और एचडीएफसी लिमिटेड के पूर्व अध्यक्ष दीपक पारेख, एचडीएफसी सिक्योरिटीज के अध्यक्ष भरत शाह और मैकलियोड्स फार्मास्युटिकल्स के संस्थापक और एमडी राजेंद्र अग्रवाल सहित अन्य लोगों ने भाग लिया था। कोलकाता स्थित कंपनी आईपीओ से प्राप्त शुद्ध आय का एक हिस्सा कोलकाता के मध्यमग्राम में ‘विवासिटी मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल’ नामक 100 बिस्तरों वाला मल्टीस्पेशियलिटी अस्पताल स्थापित करने में उपयोग करने की योजना बना रही है।

नेफ्रो केयर इंडिया के बारे में

नेफ्रो केयर इंडिया लिमिटेड एक मल्टी-स्पेशियलिटी हेल्थकेयर कंपनी है जो होम डायलिसिस, होम केयर और डायग्नोस्टिक्स जैसे सुविधाएं उपलब्ध कराती है। होम डायलिसिस किडनी रोगियों को घर पर आराम से डायलिसिस प्रदान करता है जो डायलिसिस केंद्रों पर जाने में असमर्थ हैं।